Saturday 17 November, 2012

19 नवम्बर 2012 को जल संचयन दिवस के रूप में मनाने का फैसला

भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इन्दिरा गांधी का जन्मदिवस 19 नवम्बर का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने 19 नवम्बर 2012 को जल संचयन दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है ताकि घटते जल संसाधन के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके और इस अत्यंत महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन को बनाये रखने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया जा सके।

मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत विभिन्न कार्यालयों को जल संचयन के बारे में चर्चा तथा संगोष्ठी आयोजित कर इसके बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी गई है। जल संसाधन मंत्रालय तथा उसके अन्य संगठन विभिन्न हितधारकों के लिए कई प्रकार के जन जागरूकता कार्याक्रम आयोजित करेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर जल संसाधन मंत्रालय द्वारा 19 नवम्बर 2012 को नई दिल्ली में 1 बजे सीएसएमआरएस ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री श्री हरीश रावत उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे जबकि 2001 में रैमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित और जल संचयन अभियान के लिए प्रसिद्ध श्री राजेन्द्र सिहं इसमें मुख्य अथिति होंगे। जल संसाधन सचिव, केन्द्रीय जल आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति सभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में भारत भर में नदियों के पानी को जोड़ने से संबंधित एक प्रस्तुति दी जाएगी।

उद्घाटन समारोह के बाद केन्द्रीय जल आयोग, केन्द्रीय भू जल बोर्ड तथा दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी जल संचयन पर तकनीकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसमें जल संचयन पर बच्चों द्वारा एक नाटक भी पेश किया जाएगा और गैर सरकारी संगठन तथा रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसियेशन जैसे इससे जुड़े विभिन्न पक्षों के प्रतिनिधि जल संचयन करने के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।

No comments:

Post a Comment